भारत का अपना ChatGPT: मुकेश अंबानी समर्थित ‘हनुमान’ AI अगले महीने करेगा धमाका

Hanooman, ‘हनुमान’ – भारत का ChatGPT जैसा AI मॉडल:  रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत के टॉप इंजीनियरिंग स्कूलों के साथ मिलकर, अगले महीने एक  ChatGPT जैसा AI मॉडल लॉन्च करेगी। जानिए कैसे बदलेगा ‘हनुमान’ भारत के AI का भविष्य।

Hanooman AI Chatbot: क्या आप ChatGPT जैसी AI तकनीक से वाकिफ हैं? भारत भी इस क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। मुकेश अंबानी समर्थित रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ‘हनुमान’ नाम का एक AI लैंग्वेज मॉडल लॉन्च करने जा रही है।

भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में क्रांति आने वाली है। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और देश के नामी  इंजीनियरिंग संस्थानों ने मिलकर एक नया AI चैटबॉट विकसित किया है, जिसे ‘हनुमान’ नाम दिया गया है। यह भारत का खुद का और देसी ChatGPT हो सकता है।

क्या है हनुमान AI?

Hanooman, जिसका नाम हिंदू देवता हनुमान के नाम पर रखा गया है, भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में तेज़ी से आगे बढ़ाने की एक कोशिश है। यह चैटबॉट बिल्कुल आम इंसानों की तरह बात कर सकता है और आपके प्रश्नों के विस्तृत जवाब दे सकता है।

हनुमान AI की खासियतें

हनुमान एक बड़ा लैंग्वेज मॉडल है, जिसका मतलब है कि ये इंसानों की तरह बातचीत कर सकता है। इसे 11 भारतीय भाषाओं की जानकारी  दी गई है और ये कई क्षेत्रों में काम करेगा – स्वास्थ्य, शिक्षा, सरकारी कामकाज, और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं।

  • 11 भारतीय भाषाओं में काम करने की क्षमता (हिंदी, तमिल, आदि)
  • स्वास्थ्य, प्रशासन, वित्त, और शिक्षा के क्षेत्रों में विशेष उपयोग
  • कंप्यूटर कोड लिखने में भी सहायक
  • स्पीच-टू-टेक्स्ट क्षमता: हनुमान की एक खास बात ये है कि यह बोली गई भाषा को भी समझ सकता है। यह भारत जैसे विविधताओं से भरे देश में बहुत क्रांतिकारी साबित हो सकता है।
  • Jio Brain के साथ साझेदारी: रिलायंस जिओ भी एआई के क्षेत्र में Jio Brain नाम का एक प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है। इस प्लेटफॉर्म की मदद से हनुमान AI को रिलायंस के विशाल ग्राहक आधार तक पहुंचाया जाएगा।

भारत में AI तकनीक की अहमियत

भारत में तेज़ी से बढ़ती टेक्नोलॉजी अपनाने की क्षमता के कारण ChatGPT जैसे AI मॉडल का भविष्य बहुत अच्छा है। हनुमान AI देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में बड़े बदलाव ला सकता है। यह तकनीक भारत की डिजिटल क्रांति को एक नया आयाम देगी।

भारत के AI क्षेत्र में एक बड़ी छलांग

भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग स्कूलों के साथ साझेदारी में विकसित किया गया ‘हनुमान’ भारतीय AI के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना रिलायंस इंडस्ट्रीज़ और कई सरकारी समर्थित विश्वविद्यालयों के बीच एक अनूठी साझेदारी को भी दर्शाता है।

रिलायंस जियो का ‘जियो ब्रेन’ प्रोजेक्ट

रिलायंस जियो इस AI तकनीक का उपयोग अपने विशाल ग्राहक आधार के लिए व्यक्तिगत सेवाएं प्रदान करने के लिए ‘जियो ब्रेन’ प्लेटफॉर्म के निर्माण पर भी काम कर रहा है। यह प्रयास भारत को AI तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बनने की ओर ले जा सकता है।

क्या बदलेगी आम भारतीयों की ज़िंदगी?

‘हनुमान’ जैसे AI मॉडलों का विकास भारत के लाखों लोगों के जीवन को बदल सकता है। सरकारी सेवाओं तक आसान पहुंच, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, और पढ़ने-लिखने में असमर्थ लोगों के लिए तकनीक का फ़ायदा – ये वो संभावनाएं हैं जो AI को आम लोगों के जीवन में उपयोगी बना सकती हैं।

“Lal-imlI.com” से ताजा अपडेट पाने के लिए हमारे WhatsApp चैनल को सब्सक्राइब करें!